THE SINGLE BEST STRATEGY TO USE FOR पारद शिवलिंग की पहचान

The Single Best Strategy To Use For पारद शिवलिंग की पहचान

The Single Best Strategy To Use For पारद शिवलिंग की पहचान

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- व्यक्ति समस्त सुखों का भोग करता हुआ शिवलोक तक जाता है. शिवलिंग की महत्वपूर्ण बातें क्या हैं और क्या है इसकी स्थापना के नियम ?

एक विशेष — वरील लेख वाचल्यानंतर आपल्याला जर शिवलिंग सथापन करण्याचा मोह आवरता आला नाही तर कृपया रोज १५ मिनिटे शिवपुजनात देण्याची तयारी असेल तरच सथापन करा.

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आध्यात्मिक विकास: स्फटिक शिवलिंग की उपस्थिति से आध्यात्मिक ज्ञान और विकास को बढ़ावा मिलता है।

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यदि घर में शिवलिंग रखा है, तो उसकी प्राण प्रतिष्ठा ना करवाएं। लेकिन इसकी पूजा और अभिषेक जरूर करना चाहिए।

पारदशिवलिंग इतना शक्तिशाली शिवलिंग है की अगर पूजा करने वाले उपासक पर कोई संकट आता है तो यह शिवलिंग स्वयं अपने ऊपर ले लेता है और टुट जाता

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शिवजी के प्रिय सावन माह के कुछ ही दिन शेष हैं। इस माह में पारद शिवलिंग की विशेष पूजा करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं.

म्हणजेच कोट्यावधी शिवलिंगाच्या दर्शनाचे फळ एकट्या पारद शिवलिंगाच्या पूजेने आणि दर्शनाने मिळते. पारद शिवलिंगाची पूजा केल्याने सकारात्मक फळ लाभते. धार्मिक मान्यतेनुसार, पारद शिवलिंग हे भगवान शंकराचे वास्तविक रूप आहे, म्हणून या शिवलिंगाची विधीवत पूजा केल्याने अनेक प्रकारे फायदा होतो. घरातील पारद शिवलिंग सौभाग्य, शांती, आरोग्य आणि सुरक्षिततेसाठी अत्यंत शुभ आहे. दुकाने, कार्यालये आणि कारखान्यांमध्ये व्यवसाय read more वाढवण्यासाठी पारद शिवलिंगाची पूजा हा एक निश्चित मार्ग आहे.

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पारद शिवलिंगाची रोज पूजा केल्याने वाकसिद्धी प्राप्त होते , समाजात खुलून बोलण्याची शक्ती निर्माण होते. लोक त्याला संमोहित होतात.

आमतौर पर हिंदू धर्म में सभी देवी-देवताओं की साकार रूप की पूजा होती है, जिनके हाथ, पैर, चेहरा आदि होता है, लेकिन एकमात्र शिव ऐसे देव हैं जो साकार और निराकार दोनों रूपों में पूजे जाते हैं.

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